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परिवहन (transport)

  सामान्य परिचय (General Introduction)
परिवहन उस विधि या व्यवस्था को कहते हैं जो कि व्यक्ति, वस्तुओं
और संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाते हैं।
परिवहन किसी भी देश की आर्थिक संपन्नता एवं विकास का मापदंड
होता है। अपने सांस्कृतिक विकास के इतिहास काल में मानव विभिन्न
प्रकार के परिवहन साधनों का प्रयोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक
आने-जाने के लिये एवं व्यापार के लिये करता रहा है।
वर्तमान समय में भी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने तथा
सद्भाव एवं भाईचारे की भावना को जाग्रत कर देश की विविधता
को एकीकृत करने एवं दूर-दूर तक फैले प्रदेशों को एक- दूसरे से
जोड़ने के लिये प्रत्येक राष्ट्र परिवहन जालों का तेज़ी से विस्तार कर
रहा है।



सड़क परिवहन (Roud Transport)
भारत में सड़क परिवहन आर्थिक विकास का एक महत्त्वपूर्ण बुनियादी
ढाँचा है। भारत में वर्तमान में लगभग 58.98 लाख किलोमीटर से
बड़ा सड़क नेटवर्क है, जो विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क
है। सड़क परिवहन में राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, ज़़िला सड़कें
तथा ग्रामीण सड़कें सम्मिलित हैं।
सड़क परिवहन द्वारा लगभग 67 प्रतिशत माल ढुलाई और 80 प्रतिशत
यात्री यातायात का संचालन किया जाता है जो अन्य परिवहन साधनों
की
तुलना
में सर्वाधिक है।
भारत में सड़कों की लंबाई का विवरण निम्न है -
* राष्ट्रीय राजमार्ग
1,32,500 किलोमीटर
राज्य राजमार्ग
1,56,694 किलोमीटर
|
अन्य सड़कें
2018-19, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय)
56,08,477 किलोमीटर (स्रोत: वार्षिक रिपोर्ट
-
राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway)
इनके निर्माण एवं रख-रखाव की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की होती
है। ये राज्यों की राजधानियों एवं शहरों को जोड़ते हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग, देश के कुल सड़क मार्गों की लंबाई का लगभग
2 प्रतिशत ही हैं, लेकिन इनके द्वारा देश के संपूर्ण यातायात का
लगभग 40 प्रतिशत भाग वहन किया जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग
प्राधिकरण (NHAI) राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, रख-रखाव एवं
प्रबंधन का कार्य करता है। इसकी स्थापना 1995 में की गई थी।
31.03.2019 की स्थिति के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक
लंबाई महाराष्ट्र (17,757 किमी.) में है। तत्पश्चात् क्रमश: उत्तर प्रदेश
(11,737 किमी.), राजस्थान (10,342 किमी.), मध्य प्रदेश (8 ,772
किमी.) एवं कर्नाटक (7,335 किमी.) का स्थान आता है।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद 1951 में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई
केवल 19,700 किमी. थी जो वर्तमान में एक लाख किमी. से भी
अधिक हो गई है।



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