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विश्व की प्रमुख झीलें गहराई घटते क्रम में /Major lakes of the world in decreasing order of depth


विश्व की प्रमुख झीलें (Major lakes of the world)


दुनिया की सबसे गहरी झीलें Deep Lakes in the World
नामस्थानगहराई (फीट)गहराई (मी.)
बैकालसाइबेरिया, रूस5369 फीट1637 मीटर
तन्गान्यिकातंजानिया, कांगो और जाम्बिया4823 फीट1470 मीटर
कैस्पियन सागरईरान और रूस3363 फीट1025 मीटर
वोस्तोकअंटार्कटिका2950 फीट900 मीटर
ओ'हिग्गिंससैन मार्टिन चिली, अर्जेंटीना2742 फीट836 मीटर
न्यासाअफ्रीका (मोजाम्बिक, तंजानिया और मलावी)2316 फीट706 मीटर
इसिक कुलकिर्गिस्तान, मध्य एशिया2192 फीट668 मीटर
ग्रेट स्लेवकनाडा के उत्तर पश्चिमी प्रदेश2015 फीट614 मीटर
क्रेटर लेकओरेगन, संयुक्त राज्य अमेरिका1949 फीट594 मीटर
मतानोइंडोनेशिया1936 फीट590 मीटर
जनरल करेराचिली, अर्जेंटीना1923 फीट586 मीटर
होर्निन्दाल्स्वत्नेटनॉर्वे1686 फीट514 मीटर
क़ुएसनेलकनाडा1,660 फीट506 मीटर
टोबाइंडोनेशिया1,657 फीट505 मीटर
तेहोकैलिफोर्निया और नेवादा, संयुक्त राज्य अमेरिका1644 फीट501 मीटर
अर्जेंतिनोअर्जेंटीना1,640 फीट500 मीटर
किवुकांगो, रवांडा1,575 फीट480 मीटर
मजोसानॉर्वे1535 फीट468 मीटर
चेलनवाशिंगटन, संयुक्त राज्य अमेरिका1486 फीट453 मीटर

दुनिया की सबसे बड़ी झील Largest Lakes of the World

कैस्पियन सागर (Caspian Sea) दुनिया की सबसे बड़ी और खारे पानी की झील है। इस झील के किनारे रूस, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अजरबैजान और ईरान की सीमायें मिलती है। इसका क्षेत्रफल 143,244 वर्ग मील (371,000 वर्ग किमी) है।

कैस्पियन सागर को सागर इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि रोम के लोगो ने यह पाया की इसका पानी खारा है और इसका नाम मेयर कैस्पियम (Mare Caspium) रख दिया। भूगोलवेत्ता इसे झील मानते हैं क्योंकि यह भूमि से घिरा हुआ है।

दुनिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील World's Largest Fresh Water Lake

सुपीरियर झील (Lake Superior), अमेरिका-कनाडा सीमा पर स्थित महान झीलों में से एक जिसका क्षेत्रफल 31,700 वर्ग मील (82,100 वर्ग किमी) है।


दुनिया की सबसे बड़ी झीले Large Lakes of the World
नाम और स्थानक्षेत्रफलअधिकतम गहराई
वर्ग मीलवर्ग किमी.फीटमीटर
कैस्पियन सागर, अजरबैजान-रूस-कजाखस्तान-तुर्कमेनिस्तान-ईरान152,239394,2993,104946
सुपीरियर, अमेरिका-कनाडा31820824141,333406
विक्टोरिया, तंजानिया-युगांडा26,82869,48527082
हूरों, अमेरिका-कनाडा23,01059,596750229
मिशिगन, अमेरिका22,40058,016923281
अराल, कजाखस्तान-उजबेकिस्तान13,00033,80022368
तन्गान्यिका, तंजानिया-कांगो12,70032,8934,7081,435
बाइकाल, रूस12,16231,5005,7121,741
ग्रेट बीयर, कनाडा12,00031,08027082
न्यासा11,60030,0442,316706
ग्रेट स्लेव, कनाडा11,17028,9302,015614
चाड, चाड-नाइजर नाइजीरिया9,94625,760237
एरी, अमेरिका-कनाडा9,93025,71921064
विनिपेग, कनाडा9,09423,55320462
ओंटारियो, अमेरिका-कनाडा7,52019,477778237
बल्खश, कजाखस्तान7,11518,4288727
लडोगा, रूस7,00018,130738225
ओनेगा, रूस3,8199,891361110
टिटिकाका, बोलीविया-पेरू3,1418,1351,214370
निकारागुआ, निकारागुआ3,0898,00123070
अथाबस्का. कनाडा3,0587,920407124
रुडोल्फ, केन्या2,4736,405NANA
रेनडियर, कनाडा2,4446,330NANA
आयर, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया2,4006,216परिवर्तनशीलपरिवर्तनशील
इसिक कुल, किर्गिस्तान2,3946,2002,297700
उर्मिया, ईरान2,3176,0014915
टोर्रेंस, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया2,2005,698NANA
वानेर्न, स्वीडन2,1415,54532298
विनीपेगोसिस. कनाडा2,0865,4035918
मोबूतू सेसे सेको, युगांडा2,0465,29918055
नेतिलिंग, बफिन द्वीप, कनाडा1,9505,051NANA
निपिगन, कनाडा1,8704,843NANA
मैनीटोबा, कनाडा1,8174,706227
ग्रेट साल्ट, अमेरिका1,8004,66215–255–8
किओगा, यूगांडा1,7004,403लगभग 309

दुनिया की सबसे ऊँची झील Highest Lakes Of The World

दुनिया की सबसे झील अर्जेंटीना में स्थित ओजोस डेल सलादो पूल (Ojos del Salado Pool) है। जबकि दुनिया की सबसे ऊँची नौगम्य झील पेरू बोलीविया की सीमा पर एंडियन अल्टिप्लानो (Andean Altiplano) पर स्थित टिटिकाका झील (Lake Titicaca) है। यह झील 12,507 फीट (3,812मीटर) की ऊँचाई पर स्थित है। यह लगभग 120 मील लम्बी और 50 मील चौड़ी है। यह इंका सभ्यता का केंद्र था, और आज पेरू और बोलीविया की सीमा के बीच फैली हुई है।

टिटिकाका झील में दुनिया के मौसम के सबसे पुराने नमूने भी पाए जाते है जो की 25,000 वर्ष तक पुराने हैं।


दुनिया की सर्वाधिक ऊँचाई पर स्थित झीलें World’s Highest Lakes
ओजोस देल सलादो640020,997अर्जेंटीना-चिली
ल्हग्बा636820892तिब्बत
चंग्त्से6,21620,394तिब्बत
पूर्वी रोंग्बुक6,10020,013तिब्बत
सरो टीपस599019652अर्जेंटीना
अकामराची595019520चिली
ट्रेस क्रुसेस नोर्टे591519406चिली
लीकानकबर5,90019,357चिली-बोलीविया
अगुअस कलिएन्तेस58315831चिली
रिदोंग्लाबो580119032तिब्बत
पोकेन्तिका5,75018,865चिली-बोलीविया
दमावंद5,65018,536ईरान
करडा564318513तिब्बत
तुपके ज़िन्ग्बू556318251तिब्बत
पंच पोखरा549418025नेपाल
चोलामु548618,000सिक्किम
गुरु दोंग्मर5,24317,200सिक्किम
ओरबा520917090तिब्बत
लगुना ग्लेशियर झील503816529बोलीविया
इम्जा ग्लेशियर झील501016437नेपाल
कास्काना4,92016,142पेरू
तिलिचो491916138नेपाल
सूरज ताल झील488316020भारत
सिबिनाकोचा483515863पेरू
मानसरोवर472715508तिब्बत
नम त्सो471815479तिब्बत
रश झील469415,400पाकिस्तान
लगुना लोबातो464015223चिली
त्शो रोलपा झील460015.092नेपाल
लुईस टार्न458715049केन्या
चुन्गारा झील450014765चिली
यम्दोर्क त्शो448814724तिब्बत
करमबार427214012पाकिस्तान
लेक ऑफ़ मून421513.829मैक्सिको
इमराल्ड झील4,20013,780इरियन जाया
शेओसर झील414213589पाकिस्तान
टिटिकाका3,80012,464बोलीविया-पेरू
मतस्चेर्जोचसी318510450ऑस्ट्रिया
स्चवर्ज़सी ओब सोल्डेन28009183ऑस्ट्रिया
रुअपेहु क्रेटर झील25058220न्यूजीलैंड
कुतापताम्बा2,0506,726ऑस्ट्रेलिया
पीवी झील5501804अंटार्कटिका

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  सामान्य परिचय (General Introduction ) सूर्य पृथ्वी पर ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है। सौर ऊर्जा ही प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पृथ्वी और उस पर रहने वाले जीवों को अपने कार्यों और क्रियाओं को संपादित करने में सहायता करती है। किसी भी देश में ऊर्जा संसाधनों का विकास उस देश के औद्योगिक विकास का सूचक होता है। अत: उच्च ऊर्जा उत्पादन और उसकी उचित खपत को सुनिश्चित कर देश में आर्थिक पिछड़ेपन, कुपोषण एवं अशिक्षा आदि समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। ऊर्जा संसाधन अर्थात् जिनका उपयोग ऊर्जा उत्पन्न करने के लिये किया जाता है, जैसे- कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि।  परंपरागत प्रयोग के आधार पर ऊर्जा संसाधनों को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है- पारंपरिक ऊर्जा के स्रोत गैर-पारंपरिक ऊर्जा के स्रोत पारंपरिक ऊर्जा के स्रोत (Sources of Conventional Energy) ऊर्जा प्राप्ति के ऐसे स्रोत, जिसका उपयोग मानव पारंपरिक तौर पर आरंभ से ही करता चला आ रहा है, जैसे- कोयला, पेट्रोलियम, लकड़ी, चारकोल, सूखा गोबर, खनिज तेल, प्राकृतिक गैस आदि। ऐसे स्रोतों को पारंपरिक/परंपरागत ऊर्जा का स्रोत कहा जाता है। गैर-पारंपरि

आपदा प्रबंधन (disaster Management)

 सामान्य परिचय (General Introduction) कम समय एवं बिना चेतावनी के घटित होने वाली अनापेक्षित प्राकृतिक या मानव जनित घटना या परिवर्तन जिससे संबंधित क्षेत्र के मनुष्य, पशु-पक्षी, प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक पर्यावरण दुष्प्रभावित हों, आपदा कहा जा सकता है। इन दुष्प्रभावों में मनुष्यों एवं पशु-पक्षियों की मौत, पेड़ - पौधों का विनाश, मानव निर्मित वातावरण, जैसे- इमारतें , सड़कें, पुल आदि की क्षति कम या ज़्यादा मात्रा में हो सकती है। सामान्यतया आपदाएँ प्राकृतिक कारणों से उत्पन्न होती हैं लेकिन मानव द्वारा प्रकृति में अवाछित हस्तक्षेप से अप्रत्यक्ष रूप से कुछ आपदाओं की तीव्रता एवं बारंबारता में वृद्धि देखी जा सकती है। कुछ आपदाएँ तो पूरी तरह मानव जनित होती हैं। प्राकृतिक आपदाओं को भी उनकी उत्पत्ति के प्रमुख कारकों के आधार पर निम्नलिखित तरीके से वर्गीकृत किया जाता है- भौमिक आपदाएँ-भूकंप, ज्वालामुखी, भूस्खलन इत्यादि जलीय आपदाएँ-बाढ़, सुनामी इत्यादि मौसम संबंधी आपदाएँ-सूखा, चक्रवात, बादल का फटना, हिम झंझावत, तड़ित झंझा (Thunderstorm), शीत लहर, पाला, लू इत्यादि नोट: द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग की तीसरी र

वायुमंडल किसे कहते है और उसके प्रकार ?|What is atmosphere and its types?

  वायुमंडल (Atmosphere)      पृथ्वी को चारों ओर से घेरे हुए वायु के विस्तृत फैलाव को पृथ्‍वी का वायुमंडल (Earth atmosphere) कहते हैं. वायुमंडल की ऊपरी परत के अध्ययन को वायुविज्ञान (Aerology) और निचली परत के अध्ययन को ऋतु विज्ञान (Meterology) कहते हैं. आयतन के अनुसार वायुमंडल में 30 मील के अंदर विभिन्न गैसों का मिश्रण होता है जो इस प्रकार हैं- नाइट्रोजन 78.07 फीसदी, ऑक्सिजन 20.93 फीसदी, कॉर्बन डाईऑक्साइड .03 फीसदी और आर्गन .93 फीसदी. वायुमंडल में पाई जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण गैस 1. नाइट्रोजन:   इस गैस की प्रतिशत मात्रा सभी गैसों से अधिक हैं. नाइट्रोजन की उपस्थिति के कारण ही वायुदाब, पवनों की शक्ति और प्रकाश के परावर्तन का आभास होता है. इस गैस का कोई रंग, गंध या स्वाद नहीं होता. नाइट्रोजन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह वस्तुओं को तेजी से जलने से बचाती है. अगर वायुमंडल में नाइट्रोजन ना होती तो आग पर नियंत्रण रखना कठिन हो जाता. नाइट्रोजन से पेड़-पौधों में प्रोटीनों का निर्माण होता है, जो भोजन का मुख्य का अंग है. यह गैस वायुमंडल में 128 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है. 2. ऑक्सिजन-:   यह अन्य

विश्व के सर्वाधिक खनिज उत्पादक देश कौन कौन से है ? |Which are World's Most Mineral Producing Countries ?

  विश्व के सर्वाधिक खनिज उत्पादक देश (World's Most Mineral Producing Countries) खनिज उत्पादक देश लोहा चीन , आस्ट्रेलिया , ब्राजील तांबा चिली , पेरू , चीन मैंगनीज चीन , द. अफ्रीका , आस्ट्रेलिया बॉक्साइट ऑस्ट्रेलिया , ब्राजील , चीन सोना चीन , ऑस्ट्रेलिया , अमेरिका जस्ता (जिंक) चीन , आस्ट्रेलिया , पेरू हीरा रूस , बोत्सवाना , कांगो निकिल रूस , इंडोनेशिया , आस्ट्रेलिया चांदी मैक्सिको , पेरू , चीन सीसा (लेड) चीन , ऑस्ट्रेलिया , अमेरिका अभ्रक (माइका) चीन , अमेरिका , द. कोरिया ग्रेफाइट चीन , भारत , ब्रजील क्रोमाइट द. अफ्रीका , कजाखस्तान , भारत टंगस्टन चीन , रूस , बोलिविया कोबाल्ट कांगो , चीन

स्थलमंडल किसे कहते है ? | What is a lithosphere?

  स्थलमंडल (Lithosphere)      स्थलमण्डल सम्पूर्णपृथ्वी के क्षेत्रफल का 29% है। पृथ्वी के अन्दर तीन मण्डल पाए जाते हैं। ऊपरी मण्डल को भूपर्पटी अथवा क्रस्ट कहा जाता है। इसकी मोटाई 30 से 100 किमी तक होती है। महाद्वीपों में इसकी मोटाई अधिक जबकि महासागरों में या तो क्रस्ट होती ही नहीं अगर होती है तो बहुत पतली होती है। क्रस्ट का ऊपरी भाग स्थलमण्डल का प्रतिनिधित्व करता है। जिन पदार्थों से क्रस्ट का निर्माण होता है वे जैव समुदाय के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। क्रस्ट का निर्माण मुख्यतः लोहा, ऑक्सीजन, सिलिकॉन, मैग्नीशियम, निकिल, गंधक, कैल्शियम तथा ऐलुमिनियम से होता है। क्रस्ट में एल्युमिनियम तथा सिलिका की मात्रा अधिक होती है। क्रस्ट के नीचे के दूसरे मण्डल को मैण्टिल कहा जाता है जिसकी निचली सीमा 2900 किमी से पृथ्वी के केन्द्र तक है। चट्टान पृथ्वी की सतह का निर्माण करने वाले पदार्थ चट्टानें या षैल कहलाते हैं। बनावट की प्रक्रिया के आधार पर चट्टानों को तीन भागों में विभाजित किया जाता है। आग्नेय चट्टान ये चट्टानें भी चट्टानों में सबसे ज्यादा (95%) मिलती है। इनका निर्माण ज्वालामुखी उद्गार के समय निकलने