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भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं कौन कौन सी है | Which are Major Multipurpose River Valley Projects of India)

 

भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं (Major Multipurpose River Valley Projects of India)

    बहु-उद्देशीय परियोजना के अंतर्गत नदियों की घाटियो पर बडे-बडे बाँध बनाकर ऊर्जा, सिंचाई, पर्यटन स्थलों की सुविधाएं प्राप्त की जातीं हैं। जिनसे अनेक उद्देश्यों जैसे बाढ़ों की रोकथाम , पीने का पानी उपलब्ध होना , वनों में वृद्धि ,सिंचाई के लिए जल की प्राप्ति , पर्यटक आकर्षक केन्द्रों का निर्माण, कल कारखानों के लिए विद्युत का उपलब्ध होना, यातायात के साधनों में वृद्धि ,मिट्टी के कटाव की रोकथाम और मत्स्य उद्योग का विकास की आदि पूर्ति होती है।

क्र. सं

परियोजना का नाम

लाभान्वित राज्य

नदी

1

भाखड़ा नांगल परियोजना

पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान

सतलुज नदी

2

दामोदर घाटी परियोजना

झारखंड, पश्चिम बंगाल

दामोदर नदी

3

हीराकुंड बांध परियोजना

ओडिशा

महानदी

4

कोसी बांध परियोजना

बिहार और नेपाल

कोसी नदी

5

व्यास परियोजना

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश

व्यास नदी

6

तुंगभद्रा परियोजना

तेलांगना , कर्नाटक

तुंगभद्रा नदी

7

चंबल परियोजना

राजस्थान, मध्य प्रदेश

चंबल नदी

8

टिहरी बांध परियोजना

उत्तराखंड

भागीरथी नदी

9

माताटीला परियोजना

उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश

बेतवा नदी

10

रिहंद परियोजना

उत्तर प्रदेश

रिहंद नदी

11

इंदिरा गांधी नहर परियोजना

राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा

सतलुज नदी

12

गण्डक नदी परियोजना

बिहार और नेपाल

गण्डक नदी

13

नागार्जुन सागर परियोजना

आंध्र प्रदेश

कृष्णा नदी

14

बार्गी परियोजन

मध्य प्रदेश

बार्गी नदी

15

दंडकरण्य परियोजन

ओडिशा, मध्य प्रदेश

16

हंसदेव बंगो परियोजना

मध्य प्रदेश

हंसदेव नदी

17

इडुक्की परियोजना

केरल

पेरियार नदी

18

दुर्गा वैराज परियोजना

झारखंड, पश्चिम बंगाल

दामोदर नदी.

19

कुंडा परियोजना

तमिलनाडु

कुंडा नदी

20

महानदी डेल्टा परियोजना

ओडिशा

महानदी

21

मालप्रभा परियोजना

कर्नाटक

मालप्रभा नदी

22

पोचाम्पाद परियोजना

कर्नाटक

गोदावरी नदी

23

उकाई परियोजना

गुजरात

ताप्ती नदी

24

फरक्का परियोजना

पश्चिम बंगाल

गंगा, भागीरथी

25

सरदार सरोवर परियोजना

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान

नर्मदा नदी

26

हिडकल परियोजना

कर्नाटक

घाटप्रभा नदी

27

भद्रा परियोजना

कर्नाटक

भद्रा नदी

28

घाटप्रभा परियोजना

कर्नाटक

घाटप्रभा नदी

29

ऊपरी कृष्णा परियोजना

कर्नाटक

कृष्णा नदी

30

रामगंगा परियोजना

उत्तर प्रदेश)

रामगंगा नदी

31

काकड़ापारा परियोजना

गुजरात

ताप्ती नदी

32

तवा परियोजना

मध्य प्रदेश

तवा नदी

33

नागपुर शक्तिगृह परियोजना

महाराष्ट्र

कोरडी नदी

34

मयूराक्षी परियोजना

पश्चिम बंगाल

मयूराक्षी नदी

35

कोयना परियोजना

महाराष्ट्र

कोयना नदी

36

भीमा परियोजना

महाराष्ट्र

पवना नदी

37

जायकवाड़ी परियोजना

महाराष्ट्र

गोदावरी नदी

38

पंचेत बांध

झारखंड, पश्चिम बंगाल

दामोदर नदी

39

पनामा परियोजना

गुजरात

पनामा नदी

40

सतलुज परियोजना

जम्मू कश्मीर

चिनाब नदी

41

रंजीत सागर बांध परियोजना

पंजाब

रावी नदी

42

नाथपा-झाकरी परियोजना

हिमाचल प्रदेश

सतलुज नदी

43

जवाहर सागर परियोजना

राजस्थान

चंबल नदी

44

राणा प्रताप सागर परियोजना

राजस्थान

चंबल नदी

45

बाणसागर परियोजन

बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश

सोन नदी

46

शरावती परियोजन

कर्नाटक

शरावती नदी

47

गंगा सागर परियोजन

मध्य प्रदेश

चंबल नदी

48

नर्मदा सागर परियोजन

मध्य प्रदेश, गुजरात

नर्मदा नदी

49

सरहिंद नाहर परियोजना

हरियाणा

सतलज नदी

50

तुलबुल परियोजना

जम्मू-कश्मीर

झेलम नदी

51

दुलहस्ती परियोजना

जम्मू-कश्मीर

चिनाब नदी

52

तिलैया परियोजना

झारखंड

बराकर

53

पूर्णा परियोजना

महाराष्ट्र

पूर्णा नदी

54

शारदा परियोजना

उत्तर प्रदेश

शारदा नदी, गोमती नदी

55

गिरना परियोजना

महाराष्ट्र

गिरना नदी

56

मुचकुंड परियोजना

ओडिशा और आंध्र प्रदेश

मुचकुंड नदी

57

पराम्बिकुलम अलियार परियोजना

तमिलनाडु और केरल

8 छोटी नदियों पर बना है यह बांध

58

कांगसावती परियोजना

पश्चिम बंगाल

कांगसवाती

59

कोल डैम परियोजना

हिमाचल प्रदेश

सतलुज नदी

60

थीन बांध

पंजाब

रावी नदी

61

स्वर्ण रेखा परियोजना

ओड़िसा ,झारखंड ,पश्चिम बंगाल

स्वर्ण रेखा

62

बगलिहार परियोजना

जम्मू-कश्मीर

चिनाब नदी

63

ओम्कारेश्वर परियोजना

महाराष्ट्र

नर्मदा नदी

  • पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बहु-उद्देशीय नदी घटी परियोजनाओं को “आधुनिक भारत का मंदिर” की उपमा दी है।
  • दामोदर नदी में विकसित स्वतंत्र भारत की “प्रथम बहु-उद्देशीय नदी परियोजना” है इस परियोजना के तहत ” तिलैया बांध, कोनार बांध, मैथन बांध, पंचेत बांध और दुर्गापुर बैराज का निर्माण किया गया है. इसका मुख्या लाभ झारखण्ड और प.बंगाल राज्यों की मिलता है।
  • दामोदर नदी को पहले बंगाल का शोक कहा जाता था।
  • कोसी नदी को बिहार का शोक के नाम से जाना जाता है।
  • विश्व का सबसे लम्बा बांध हीराकुंड बांध है , जो 4801 मीटर लम्बा तथा 61 मीटर ऊँचा है।
  • भारत की सबसे बड़ी बहु-उद्देशीय परियोजना भाखड़ा-नांगल परियोजना है इस बाँध के पीछे बनी झील का नाम गोविन्द सागर है जो की सिखों के 10वे गुरु गोविन्द सिंह के नाम से है।
  • चम्बल घाटी परियोजना के तहत मध्य प्रदेश में गाँधी सागर और राजस्थान में राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर एवं कोटा बैराज बांधों का निर्माण किया गया है।
  • नर्मदा घाटी परियोजना के तहत 5 बड़े बांधों रानी अवन्ती सागर (बरगी बाँध), इंदिरा सागर, सरदार सरोवर बाँध, महेश्वर बाँध, ओम्कारेश्वर बाँध का निर्माण किया गया है।
  • देश की सबसे लम्बी नहर इंदिरा गांधी नहर है।

अन्य जानकारी