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भूगर्भीय सरंचना(Geological Structure)

 


भारतीय भूगर्भिक संरचना का विकास पैंजिया के अंगारालैंड (लॉरेंशिया) तथा गोंडवानालैंड के विभाजन से प्रारंभ होता है समय के विभिन्न कालखंडों में गोंडवानालैंड के विभाजन तथा उसके एक भाग के उत्तर में प्रवाह के कारण भारतीय भूगर्भिक संरचना का विकास हुआ।

भारतीय भूगर्भिक संरचना को ऐतिहासिक कालक्रम के अनुरूप विभिन्न वर्गों में विभाजित किया जा सकता है।
यहाँ प्री-कैंब्रियन आर्कियन संरचना से लेकर धारवाड़, कुडप्पा, विंध्यन तथा टर्शियरीयुगीन विभिन्न
भू-स्थलाकृतियों का विकास हुआ।

यहाँ की प्री-कैंब्रियन युगीन स्थलाकृतियों में जहाँ अरावली पर्वत, छोटानागपुर पठारी क्षेत्र, विंध्यन श्रेणी
आदि प्रमुख हैं; वहीं टर्शियरीयुगीन हिमालय पर्वत का विकास भारत के उत्तरी सीमांत क्षेत्र में विभिन्न
उपकालखंडों में हुआ है।


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